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Unlocking the Potential of Sisam, Arandi, and Giloy: A Promising Trifecta in the Battle Against Cancer

 दोस्तों कैंसर एक भयानक बीमारी है कैंसर का इलायज अंग्रेजी दवाओं से नहीं है परमानेंट लेकिन हमारे भारत की मिट्टी मे है

कैंसर अधिकतर गुटखा खैनी शराब की सेवन से प्यार गया है  दोस्तों किसी को अगर कैंसर हो तो बिलकुल भी ना घबराये

कैंसर आज से हजारों साल पहले हुआ करता था और उसका इलायज भी सरलता से होता था ऋग्वेद मे सब पाया गया है

आज जितने भी उपचार है सब ऋग्वेद से ही लोगो ने निकला है पहले कैंसर को कर्क रोग से जानते थे आज अमेरिका ने कैंसर और भयानक बताया और बिज़नेस बनाया समझ सकते है आपलोग

दोस्तों मै अपनी माँ युट्रेस कैंसर का इलाज अपोलो मे कोलकाता का कैंसर हॉस्पिटल चित्तरंजन मे कराया लेकिन ककी लाभ नहीं हुआ और कैंसर एडवांस लेबल मे चला गया रक्त इतना तेज निकलना स्टार्ट हुआ की कोई डॉक्टर नहीं रोक प्यार और मुझे बोलाग्या की आपकी माता जी का कैंसर हड्डी तक पहुंच गया इसका कोई दवा नहीं है कोई कुछ नहीं करसकते आप आप मता जी ले जाईये घर पर सेवा कीजिये

मै घर लेकर आया लाचार मेरे पास कुछ भी ऑप्शन नहीं था ना पैसा जो पैसा था सब नाना प्रकार के चैकप मे चला गया

रिपोर्ट आने के बाद डॉ, जबाब दिया कोई इलाज नहीं सिर्फ केमो है केमो मैने मना किया माँ को घरआया और खुद से इलायज सुरु किया आज मेरी माँ बिस्तर पे नहीं है चलती फिरती है और ब्लडिंग भी बंद हुआ भूख जगा नींद अच्छी आने लगी वजन बढ़रहा है

दोस्तों इलायज क्या है

इलायज लास्ट स्टेज से ठीक होगा लेकिन केमो नहीं लगा हो तब 


पहले शुभ  7 बजे. गौ मूत्र बछड़ी का आधा कप  उसमे मिलाना है आधा चमच हल्दी आधा चमच पुनर नवा  मिलाकर हल्का गर्म करना एक भाफ और छान के चाय के जैसे चुस्की लेकर पीना है

7:30 am पपीते की पाते की चाय

8 am nasta roti चावल नहीं खाना है

और नास्ते के बाद बढ़ाना पेस्ता अखरोट एप्पल झूस या खाना है

10 :30 am सिसम पता 15 नीम पता 30 आरंडी पता 1 गिलोय की ताजी पति 4 या डंडी 4" का एक और तुलसी राम 6 श्याम 6  पीपल का पता एक लहसुन 3 कली

इसका झूस पथर पर पीस के निकलकर पिलाना है

1 pm गौ मूत्र पुनर नवा हल्दी जैसे शुभ मे पिलाया  1 बजे और शाम 7 बजे फिर से देना है

इतना करना ही है आप 5 6 दिन मे रिजल्ट समझ जायेंगे 2 3 दिन मे ही

दोस्तों कोई समझने मे प्रॉब्लम हो तो कमेंट करन

 श्याम तुलसी 



 पीपल 


 Giloy


 पूनर नवा 


 राम तुलसी


In recent years, the quest for effective cancer treatments has led researchers to explore traditional remedies, and among them, Sisam, Arandi, and Giloy have emerged as promising contenders. As we delve into the realms of alternative medicine, the spotlight is on the potential "कैंसर का रामबाण इलायज सिसम का पता आरंडी का पता गिलोय" offers in combating this formidable disease.

Understanding the Essence of Sisam:

Sisam, also known as Moringa, has been a staple in traditional medicine for centuries. Rich in antioxidants and anti-inflammatory properties, Sisam is gaining recognition in the medical community for its potential role in cancer treatment. Research suggests that compounds found in Sisam may contribute to inhibiting the growth of cancer cells, offering a ray of hope in the pursuit of a "कैंसर का रामबाण इलायज सिसम का पता आरंडी का पता गिलोय."

The Healing Touch of Arandi:

Arandi, commonly known as Castor Oil plant, is not only recognized for its industrial uses but also revered in traditional medicine. Recent studies have explored its anti-cancer potential, attributing it to compounds like ricinoleic acid. Integrating Arandi into cancer treatment plans is part of the evolving landscape of "कैंसर का रामबाण इलायज सिसम का पता आरंडी का पता गिलोय," offering a holistic approach towards recovery.

Unveiling the Power of Giloy:

Giloy, an Ayurvedic herb, has long been celebrated for its immune-boosting properties. In the context of cancer, its role in bolstering the immune system becomes crucial. As we explore the potential of "कैंसर का रामबाण इलायज सिसम का पता आरंडी का पता गिलोय," Giloy emerges as a valuable component, potentially enhancing the body's ability to fight against cancer cells.

Sisam, Arandi, and Giloy: A Synergistic Approach:

Imagine the power these three natural elements could harness when combined. The synergy of Sisam's antioxidants, Arandi's anti-cancer compounds, and Giloy's immune-boosting capabilities could redefine the landscape of cancer treatment. This integrative approach encapsulates the essence of "कैंसर का रामबाण इलायज सिसम का पता आरंडी का पता गिलोय," offering a comprehensive strategy against this formidable foe.

The Role of Ayurveda in Modern Cancer Care:

In the age of technological advancements, the resurgence of traditional medicine, particularly Ayurveda, signifies a paradigm shift. Integrating Sisam, Arandi, and Giloy into modern cancer care reflects the harmony between age-old wisdom and contemporary research. This amalgamation paves the way for a more personalized and holistic approach to "कैंसर का रामबाण इलायज सिसम का पता आरंडी का पता गिलोय."

Navigating Challenges and Optimism:

Despite the promising strides, challenges persist on the journey of incorporating these natural remedies into mainstream cancer care. Rigorous scientific validation, standardization of dosage, and collaboration between traditional and modern medical practices are imperative. However, the prospect of a "कैंसर का रामबाण इलायज सिसम का पता आरंडी का पता गिलोय" instills optimism in the medical community and patients alike.

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In the evolving landscape of cancer treatment, the amalgamation of Sisam, Arandi, and Giloy brings forth a promising narrative. Their individual strengths, when harnessed synergistically, present a holistic and personalized approach to addressing the complexities of cancer. As we navigate the realms of "कैंसर का रामबाण इलायज सिसम का पता आरंडी का पता गिलोय," a blend of tradition and modernity emerges, offering renewed hope in the pursuit of effective cancer treatments.





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